جمعرات، 26 ستمبر، 2024

स्वप्न द्वारा भविष्यकथन


दुर्गे देवी नमस्तुभ्यं सर्व कामार्थ साधिके । मम सिद्धिमसिद्धि वा स्वप्ने सर्व प्रदर्शयः ।।


जब किसी कामना के सिद्धि होने या न होने की जिज्ञासा हो तो रात्रि के समय शुद्धासन पर उत्तराभिमुख बैठकर दस हजार जप करें और जपमाला को सिर के नीचे रखकर वहीं सो जायें। ऐसा करने पर निद्रा आने पर, सब कामों को सिद्ध करने वाली महामाया भगवती स्वप्न में, देववाणी संस्कृत के द्वारा कुछ कहेंगी। उस कथन को तत्काल कागज पर नोट कर लेना चाहिए और अपने अभीष्ट की सिद्धि या असिद्धि को जान लेना चाहिए

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