बलवान शत्रु को पैरों में गिराने का मन्त्र -
बलवान शत्रु को पैरों में गिराने का मन्त्र -
ॐ नमो कुड़न्त डफडलडु, एकला में वीर हनुमन्त का चेला, पकड़-पकड़ पछाडूं, मस्तक फोडूं, सवा मण की जंजीर जड़ाऊँ (अमुक) आन मेरे पगे पड़े न आन पड़े तो माता अंजनी का दूथ हराम करे, गुरु की शक्ति, मेरी भक्ति, फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा ।
इस मन्त्र की ताकत से शक्तिशाली शत्रु भी पैरों में आकर गिरता है।
शत्रु-उच्चाटन -
ॐ नमो क्षेत्रपाल विकराला मम शत्रु उच्चाटय-उच्चाटय हुं फट् स्वाहा ।
यह मन्त्र 108 बार बोलकर चावल मन्त्रितकर शत्रु के घर के बीच में फेंक दे। फेंकने के साथ ही शत्रु के घर के सभी लोगों का उच्चाटन हो जाएगा। यह सत्य सिद्ध मन्त्र है।
* शत्रु-परिवार का उच्चाटन -
ॐ नमो भगवते रुद्राय दण्ड करालाय अमुकं सपुत्र बान्धवैः सह हन हन, दह- दह, पच-पच, शीघ्रं उच्चाटय-उच्चाटय हुं फट् स्वाहा ठः ठः ठः ।
नीमपत्र पर शत्रु का नाम लिखकर दस हजार मन्त्रों की आहुति दें। शत्रु के सम्पूर्ण परिवार में उच्चाटन हो जायेगा।
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