काल भैरव वीर सिद्धि का मन्त्र
सतनमो आदेश।श्रीनाथजी गुरुजी को आदेश।ॐ गुरुजी चेत सुना सान।औंधी खोपड़ी मरघटिया मसान।बाँध दे रामदूत हनुमान।काल भैरव खड़ा बीच मढ़ी मसान।कानों कुण्डल हाथ त्रिशुल कपाल।बंम बंम काल भैरव नाथ।जहाँ सुमरुँ काल भैरव वहाँ त्यार।इतना काल भैरव मन्त्र जाप सम्पूर्ण भया।शून्य की गादी बैठ गुरु गोरक्षनाथ जी ने आपो आप सुनाया।श्रीनाथजी गुरुजी को आदेश।आदेश।आदेश।
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