हनुमान जी को प्रसन्न करने का
|| मन्त्र ||
अरे-अरे अंजनी कुमारा? मास्मार। जाल-जाल ॥ कोट-कोट ॥ बन्द-बन्द ॥ पूर्व-बन्द । पश्चिम बन्द ॥ उत्तरबन्द । दक्षिण-बन्द ॥ आकाश-बन्द । पाताल-बन्द ॥ ताल के देव बन्द । शब्द सांचा ॥ फुरो मन्त्र ॥
पिण्ड कांचा।
ईश्वरो वाचा ॥
॥ विधि ॥
सर्व प्रथम इस मन्त्र को ग्रहण-काल में 11 माला जप कर सिद्ध कर लें, हनुमान जी विषयक सभी नियमों का पालन करते हुए हनुमान मन्दिर या उनकी प्रतिमा स्थापित कर प्रतिदिन यथा शक्ति पूजन तथा 10 माला का जप एवं दशांश हवन करें, यह क्रिया नित्य करते रहने से कुछ ही दिनों में हनुमान जी प्रसन्न होकर साधक की मनोकामना पूर्ण करते हैं।
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