پیر، 4 مارچ، 2024

संकटनाशक मन्त्र

संकटनाशक मन्त्र

ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय हुं फट् घे घे धे धे धे धे स्वाहा । इस मन्त्र का नियमित जप कर सिद्धि प्राप्त कर लेने से साधक एवं साधिकाओं के समस्त प्रकार के संकटों का नाश हो जाता है। इस मन्त्र को प्रातःकाल स्नानादि के पश्चात् स्वच्छ वस्त्र धारण करके किसी एकांत स्थान में प्रतिदिन १०८ बार जपना चाहिए । ९० दिनों के बाद सिद्धि मिलती है। उसके बाद हमेशा पाँच बार स्नान के बाद जपते रहना चाहिए।

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